
नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सीमाई इलाकों में भारत और चीन के बीच जारी गतिरोध के दौरान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक मैसेज में दावा किया जा रहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंक ऑफ चाइना को भारत में बैंकिंग सेवा शुरू किए जाने की अनुमति दी है।
वायरल मैसेज को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि दोनों देशों के बीच मौजूदा तनाव के दौरान ही आरबीआई ने बैंक ऑफ चाइना को भारत में कारोबार करने की मंजूरी दी है। विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला।
फेसबुक यूजर ‘Prince Yadav’ ने वायरल पोस्ट (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”RBI allows Bank of China to offer regular banking services in India….BoycottChina #ThinkAboutIt.”
हिंदी में इसे ऐसे पढ़ा जा सकता है, ”RBI ने बैंक ऑफ चाइना को भारत में बैंकिंग सेवा शुरू करने की मंजूरी दी।”
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर भी कई अन्य यूजर्स ने इस पोस्ट को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। ट्विटर यूजर ‘Col Tekpal Singh’ ने लिखा है, ‘चीनी एप को डिलीट करने का ज्ञान, चीनी उत्पादों को नहीं खरीदने, चीन को ऑनलाइन ट्रोल करने, मेक इन इंडिया और यू-ट्यूब वीडियो आदि हम जैसे मूर्खों को व्यस्त रखने का तरीका है। (इस बीच) आरबीआई ने बैंक ऑफ चाइना को भारत में बैंकिंग सेवा शुरू करने का लाइसेंस दिया है।’
फेसबुक यूजर ‘Ayaz Mansuri’ ने भी इस वायरल पोस्ट (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”Is this really true ? If so what happened to all the Boycott China rehtoric”
हिंदी में इसे ऐसे पढ़ा जा सकता है, ”क्या यह वाकई में सच है? अगर ऐसा है तो फिर चीन के बहिष्कार की बातों का क्या?”
हर जगह वायरल पोस्ट में ‘इकॉनमिक टाइम्स’ की रिपोर्ट का इस्तेमाल किया गया है। न्यूज सर्च में हमें इकॉनमिक टाइम्स की वेबसाइट पर यह आर्टिकल मिला। न्यूज एजेंसी पीटीआई के हवाले से 4 जून 2018 को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, ‘आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक ऑफ चाइना को भारत में कामकाज शुरू करने की अनुमति दे दी है।’
रिपोर्ट के अनुसार, ‘आरबीआई ने बैंक ऑफ चाइना को भारत में पहला ब्रांच खोलने की अनुमति दी है। ब्रांच खोलने की मंजूरी देने का फैसला चीन के राष्ट्रपति के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से जताई गई प्रतिबद्धता के मुताबिक है।’ रिपोर्ट के मुताबिक, बैंक ऑफ चाइना को भारत में ब्रांच खोले जाने की मंजूरी दिए जाने का यह फैसला डोकलाम में महीनों चले सैन्य गतिरोध के खत्म होने के बाद किया गया था।
विश्वास न्यूज ने इसे लेकर आरबीआई के प्रवक्ता से संपर्क किया। उन्होंने इस खबर के पुरानी होने की पुष्टि करते हुए बताया, ‘बैंक ऑफ चाइना को भारत में ब्रांच खोलने की मंजूरी दिए जाने का मामला अभी का नहीं है। यह पुरानी सूचना है।’
2018 में दी गई मंजूरी के बाद एक अगस्त 2019 को आरबीआई की तरफ से जारी सर्कुलर में ‘बैंक ऑफ चाइना लिमिटेड’ को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया एक्ट, 1934 की दूसरी अनूसूची में शामिल किया गया था।
इसके बाद आरबीआई ने इस बैंक को भारत में काम कर रहे विदेशी बैंकों की सूची में शामिल कर लिया था।
आरबीआई की वेबसाइट पर भारत में काम कर रहे विदेशी बैंकों की सूची में अन्य बैंकों के अलावा ‘बैंक ऑफ चाइना के नाम को देखा जा सकता है।’
वायरल पोस्ट शेयर करने वाले यूजर ने अपनी प्रोफाइल में खुद को लखनऊ का रहने वाला बताया है।
निष्कर्ष: लद्दाख में भारत और चीन के बीच जारी गतिरोध के दौरान भारतीय रिजर्व बैंक के बैंक ऑफ चाइना को भारत में बैंकिंग सेवा शुरू किए जाने की मंजूरी दिए जाने का दावा गलत है। आरबीआई ने वर्ष 2018 में बैंक ऑफ चाइना को भारत में पहला ब्रांच खोले जाने की अनुमित दी थी। इसी पुरानी खबर को भारत और चीन के बीच जारी मौजूदा गतिरोध से जोड़कर फैलाया जा रहा है।
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