
(नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर दिल्ली बीजेपी प्रेसिडेंट मनोज तिवारी की तस्वीर के साथ उनका एक बयान वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि उन्होंने स्कूल और अस्पतालों के बदले मूर्तियों के निर्माण का समर्थन किया है।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला। मनोज तिवारी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया, जिसमें उन्होंने जनता के पैसे से स्कूल और अस्पताल बनाए जाने की बजाए मूर्तियों के निर्माण की वकालत की हो।
वायरल पोस्ट में मनोज तिवारी की तस्वीर के साथ एक बयान का जिक्र है। बयान में लिखा हुआ है, ‘केजरीवाल पर भड़के मनोज तिवारी। स्कूल अस्पताल में जनता के पैसे बर्बाद कर रहा है केजरीवाल। इतने पैसे में तो कई मूर्तियां बन जाती।’
वायरल पोस्ट में जिस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है, वह 2018 में दिल्ली में सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन के दौरान की है, जब मनोज तिवारी और उनके समर्थकों की पुलिस से झड़प हो गई थी।
डीएनए में प्रकाशित 5 नवंबर 2018 की इस रिपोर्ट में इस तस्वीर को देखा जा सकता है। यानी जिस तस्वीर का इस्तेमाल वायरल पोस्ट में किया गया है, वह एक पुरानी घटना की है। न्यूज सर्च में हमें ऐसे कई आर्टिकल के लिंक मिले, जिसमें अरविंद केजरीवाल और मनोज तिवारी के बीच चले आरोप-प्रत्यारोप का जिक्र है। हालांकि, हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली, जिसमें मनोज तिवारी ने यह कहा कि दिल्ली में स्कूलों और अस्पतालों के निर्माण पर पैसे बर्बाद किए गए।
ट्विटर सर्च में हमें मनोज तिवारी का एक ट्वीट मिला, जिसमें उन्होंने दिल्ली के अस्पतालों में फंड की कमी को लेकर अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है।
ट्वीट में उन्होंने लिखा है, ”जी हाँ ये सच है की दिल्ली सरकार के लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल में अब ऑपरेशन नहीं होंगे. अफ़सोस @ArvindKejriwal आप ने ट्रांसपोर्ट के साथ साथ अस्पताल के ऑपरेशन थीयटर भी ठप कर दिए…दिल्ली सरकार के सबसे बड़े 2000 बिस्तरों के LNJP अस्पताल में मरीज़ भटक रहें है #आपFailedinHealthToo”
हमें दैनिक जागरण में प्रकाशित उस खबर का भी लिंक मिला, जिसके मुताबिक, ‘दिल्ली सरकार के लोकनायक जयप्रकाश नारायण में ऑपरेशन थिएटर ठप हो गए हैं।‘
और ज्यादा जानकारी के लिए हमने मनोज तिवारी से संपर्क किया। मनोज तिवारी के निजी सचिव की तरफ से हमें बताया गया है कि वायरल हो रहा बयान गलत है। उन्होंने कहा, ‘मनोज तिवारी ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया।’
यह पहली बार नहीं है जब मनोज तिवारी के नाम से गलत और मनगढ़ंत बयानों को वायरल किया गया है। विश्वास न्यूज ने इससे पहले ऐसी कई फर्जी खबरों का पर्दाफाश किया है, जिसमें मनोज तिवारी को निशाना बनाकर दुष्प्रचार किया गया।
वायरल पोस्ट शेयर करने वाले की प्रोफाइल स्कैनिंग में यह विचारधारा विशेष से प्रेरित नजर आया।
निष्कर्ष: दिल्ली बीजेपी प्रेसिडेंट मनोज तिवारी के नाम से वायरल हो रहा बयान फर्जी है। मनोज तिवारी ने यह नहीं कहा कि केजरीवाल दिल्ली में स्कूल-अस्पताल बनाकर जनता के पैसे बर्बाद कर रहे हैं।
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