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Vishvas.News (MMI Online Limited)

संगठन: एमएमआई ऑनलाइन लिमिटेड
आवेदक: राजेश उपाध्याय
मूल्यांकनकर्ता: प्रीति चौहान
निष्कर्ष और सिफ़ारिश
20 जनवरी 2020 को(11 महीने पहले)

प्रीति चौहान ने लिखा:

आवेदक ने ये दिखाने के लिए प्रासंगिक डॉक्युमेंट्स उपलब्ध कराए हैं कि वह एक मीडिया संगठन का फैक्ट-चेकिंग अंग है, जो कि रजिस्टर्ड फर्म है। इन्होंने पिछले तीन महीनों से नियमित रूप से फैक्ट-चेक प्रकाशित किए हैं।

आवेदक ने अपने मालिक समूह को सूचीबद्ध किया है और फंडिंग के स्रोत की भी जानकारी दी है। इन्होंने मालिकाना हक वाली कंपनी की बैलेंस शीट भी प्रदान की है।

आवेदक ने दावों को जांच करने की अपनी नीति के बारे में बताया है। ये दावों की जांच करने के लिए समान मानकों का इस्तेमाल करता है। इस संबंध में इन्होंने नॉन-पार्टिशनशिप की नीति और अनुबंध की एक कॉपी भी उपलब्ध कराई है।

वे स्पष्ट रूप से अपने स्रोतों के बारे में बताते हैं। साथ ही, फैक्ट-चेक की प्रक्रिया को स्टेप-बाइ-स्टेप बताते हैं, ताकि पाठक खुद से भी फैक्ट-चेक कर सकें। उन्होंने सोर्स पॉलिसी भी उपलब्ध कराई है।

उन्होंने वेबसाइट पर जॉब प्रोफाइल के साथ अपनी पूरी टीम की जानकारी भी साझा की है।

आवेदक पाठकों को उनसे संपर्क के लिए प्रोत्साहित करते हैं। इनके पास संपर्क करने या दावे भेजने के कई तरीके हैं।  

इनकी वेबसाइट पर एक मेथडोलॉजी (कार्यप्रणाली) सेक्शन भी है।  

आवेदक की सुधार नीति स्पष्ट रूप से बताई गई है। आवेदक ने सुधार के दो उदाहरण भी प्रस्तुत किए हैं। हालांकि, आर्टिकल में सुधार नोट का उल्लेख करना अच्छा होगा।  

20 जनवरी 2020 को (11 महीने पहले)

प्रीति चौहान अनुशंसा मंजूर


सेक्शन 1: संगठन

मानदंड 1 ए
पंजीकरण का साक्ष्य
आवश्यक साक्ष्य: कृपया साक्ष्य पेश करें कि सिग्नेट्री एक कानूनी रूप से पंजीकृत संगठन है, जिसे फैक्ट चेक या किसी मान्यता प्राप्त मीडिया हाउस या रिसर्च इंस्टीट्यूशन के विशेष फैक्ट-चेकिंग प्रोजेक्ट के लिए बनाया गया है।

एमएमआई ऑनलाइन लिमिटेड
17-Jan-2020 (11 महीने पहले)

Vishvasnews.com एमएमआई ऑनलाइन लिमिटेड का फैक्ट-चेकिंग इनिशिएटिव है। इसे समर्पित, प्रशिक्षित और प्रमाणित फैक्ट-चेकर्स और पत्रकारों की एक टीम द्वारा प्रबंधित किया जाता है।

Vishvas.News पब्लिक डोमेन में मौजूद ऐसी झूठी खबरों का खुलासा करता है, जो सामाजिक असंतुलन पैदा करने और आम लोगों के विचारों को प्रभावित करने में सक्षम होती हैं। Vishvas.News मजबूती से IFCN (इंटरनेशनल फैक्ट चेकिंग नेटवर्क) की सारी गाइलाइंस के साथ-साथ इन-हाउस संपादकीय और एथिक्स नीतियों का पालन करता है। Vishvas.News ने हर स्टोरी में पारदर्शी तरीके से नीतियों (नॉन-पार्टिशनशिप, सुधार, कार्यप्रणाली और स्रोत इत्यादि) और निर्धारित प्रकियाओं के पालन के लिए एक इंटरनल (आंतरिक) और एक्सटर्नल (बाहरी) ऑडिटिंग सिस्टम बना रखा है। स्टोरी की गुणवत्ता बानए रखना टीम की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

इंटरनल ऑडिटिंग

टीम के सदस्य योग्य, प्रमाणित और प्रशिक्षित फैक्ट-चेकर्स हैं। साथ ही, वे इंटरनेशनल फैक्ट-चेकिंग नेटवर्क (IFCN) की सारी गाइलाइंस के साथ-साथ इन-हाउस संपादकीय और एथिक्स नीतियों का पालन करते हैं। कार्य प्रक्रिया स्पष्ट रूप से परिभाषित है। स्टोरी के चयन से लेकर उसे प्रकाशित करने के अंतिम चरण तक, Vishvas.News के सभी सदस्य हर कदम पर सिस्टेमैटिक ऑपरेटिंग प्रोसिजर (SOP) का पालन करते हैं।

प्राइमरी या सेकेंडरी स्रोतों से फिजिकल वेरिफेकेशन कराना Vishvas.News के स्टोरी इन्वेस्टिगेशन और इसे फाइल करने की प्रक्रिया का एक अहम हिस्सा है।

Vishvas.News की एक स्पष्ट रूप से परिभाषित सुधार नीति (https://www.vishvasnews.com/correction-policy/) है। Vishvas.News उन सुझावों और सुधारों का स्वागत करता है, जो हमें अपने पाठकों से टिप्पणी, मेल और फोन कॉल के रूप में प्राप्त होते हैं। यदि हमें अपने कंटेंट की सटीकता के बारे में कोई शिकायत मिलती है, तो हम तुरंत इसे रोक देते हैं और पहले तथ्यों की जांच करते हैं। एक बार तथ्यों की जांच हो जाने के बाद हम एक निर्णय लेते हैं और प्रतिक्रिया के रूप में उचित जवाब देते हैं। गलती / त्रुटि की प्रामाणिकता और असर के आधार पर, हम प्रकाशित जानकारी को संपादित करते हैं। इसके अलावा अगर मूल खबर गलत नहीं है, तो हम पाठक को सूचित करते हैं और यह भी बताते हैं कि हम इस निर्णय पर कैसे पहुंचे।

डेस्क मेंबरों के लिए इंटरनल ऑडिटिंग एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है। अगर टीम को किसी भी स्टोरी में SOP का कोई भी उल्लंघन नजर आता है, तो टीम स्टोरी की फिर से पड़ताल करती है और नई जानकारियों या इनपुट्स के आधार पर स्टोरी को अपडेट करती है। सुधार नीति के मुताबिक, ऐसी सभी स्टोरी में डिस्क्लेमर दिया जाता है, जिसमें पिछले वर्जन में मौदूद समस्या के संग स्टोरी अपडेट करने में लिए गए नए इनपुट्स की भी जानकारी दी जाती है। इस पूरी सुधार प्रक्रिया को फैक्ट-चेक टीम पेज पर टीम सदस्य के नाम के नीचे और सुधार नीति पेज पर ऑन-रिकॉर्ड रखने की नीति है। नीति के मुताबिक, हम फैक्ट चेक किए जाने वाले पेज का आर्काइव्ड वर्जन भी सुरक्षित रखते हैं।

मेकर्स-चेकर्स: Vishvas.News ने 'मेकर्स-चेकर्स' की प्रक्रिया को भी SOP का हिस्सा बना रखा है। इसके तहत फैक्ट-चेक फाइल करने वाले के पास अपनी खुद की कॉपी पब्लिश करने का अधिकार नहीं होता। फैक्ट चेक और SOP के फिर से पूरा हो जाने के बाद दूसरे डेस्क मेंबर द्वारा कॉपी चेक और फाइल की जाती है। कॉपी को 100 प्रतिशत त्रुटि मुक्त और IFCN की सभी गाइडलाइंस के साथ इनहाउस एसओपी के पालन को सुनिश्चित करने के लिए ऐसा किया गया है। किसी भी फैक्ट-चेक कॉपी को पब्लिश करने से पहले उसे व्याकरण/कॉपी के स्वरूप की जांच के लिए क्वालिटी चेक की प्रक्रिया से गुजारा जाता है, ताकि कॉपी में आसान भाषा में सिर्फ फैक्ट हों।

समाचार प्रसार का मूल उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि लोग जानें कि क्या हो रहा और इसके संभावित कारणों को समझें, ताकि वे अपनी राय खुद बना सकें व अपने निष्कर्षों तक पहुंच सकें।

हम बिना डर या पक्षपात के तथ्यों के आधार पर प्रामाणिकता जांचने के बाद खबर प्रकाशित करते हैं। हम अपनी पत्रकारिता को लोगों के दैनिक जीवन के लिए अधिक व्यावहारिक, सार्थक और आवश्यक बनाते हैं।

24 अक्टूबर 2018 को कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की सहमति से कंपनी के भीतर एक फैक्ट चेक टीम (लेटर संलग्न) का गठन किया गया था। यह टीम कंपनी के दूसरे संपादकीय कार्यक्रमों से स्वतंत्र है और मुख्यधारा व सोशल मीडिया पर झूठी खबरों के खुलासे, फैक्ट चेक में जुटी है।

टीम सीधे तौर पर Vishvas.News के एडिटर इन चीफ को रिपोर्ट करती है।

Files Attached
picture_as_pdf Certificate of Incor... (357 KB) picture_as_pdf Team set up MMI (1).... (335 KB)
प्रीति चौहान मूल्यांकनकर्ता
20-जनवरी-2020 (11 महीने पहले) अपडेट: 11 महीने पहले

आवेदक ने ये दिखाने के लिए प्रासंगिक डॉक्युमेंट्स उपलब्ध कराए हैं कि वह एक रजिस्टर्ड फर्म है और उनका एक फैक्ट-चेकिंग सेक्शन है।


done_all प्रीति चौहान द्वारा 1ए को पूरी तरह से अनुपालन के रूप में मार्क किया गया।

मानदंड 1 बी
आर्काइव
आवश्यक साक्ष्य: पिछले तीन महीनों में प्रकाशित किए गए फैक्ट चेक्स के आर्काइव का लिंक डालें। अगर आपके सारे फैक्ट चेक्स एक जगह पर मौजूद नहीं हैं, तो कृपया बताएं कि आपके संगठन द्वारा फैक्ट चेक कैसे किया जाता है।

एमएमआई ऑनलाइन लिमिटेड
17-जनवरी-2020 (11 महीने पहले)
प्रीति चौहान मूल्यांकनकर्ता
20-जनवरी-2020 (10 महीने पहले) अपडेट: 10 महीने पहले

आवेदक ने पिछले तीन महीनों में नियमित रूप से फैक्ट-चेक्स प्रकाशित किए हैं, औसतन हर हफ्ते करीब एक फैक्ट चेक।


done_all प्रीति चौहान द्वारा 1बी को पूरी तरह से अनुपालन के रूप में मार्क किया गया।

सेक्शन 2: नॉन पार्टिशनशिप और निष्पक्षता

मानदंड 2 ए
काम का नमूना
आवश्यक साक्ष्य: कृपया अपने फैक्ट चेक्स के ऐसे 10 लिंक साझा करें, जो आपकी फैक्ट-चेकिंग के स्कोप और नियमितता का बेहतर प्रतिनिधित्व करते हैं। एक संक्षिप्त व्याख्या भी दें कि आपका संगठन फैक्ट-चेक्स में मानकों को सुसंगत बनाए रखने के लिए कैसे प्रयास करता है।

एमएमआई ऑनलाइन लिमिटेड
17-जनवरी-2020 (11 महीने पहले) अपडेट: 11 महीने पहले

1. Fact Check: बस में पेट्रोल नहीं, पानी डालकर आग बुझा रहे थे दिल्ली पुलिस के जवान, जानिए 12 प्वाइंट में पूरा सच

https://www.vishvasnews.com/politics/jamia-univ-clashes-was-police-igniting-the-bus-fire-or-dousing-it-know-the-truth-here/

2. Fact Check: उद्धव सरकार में कांग्रेस विधायक अमित देशमुख की कर्ज माफी का दावा गलत, सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाह

https://www.vishvasnews.com/politics/fact-check-no-loan-waiver-given-to-congress-mla-amit-deshmukh-by-uddhav-govt-fake-post-viral-on-social-media/

3.Fact Check: भारत के मुकाबले पाकिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका की GDP ग्रोथ रेट को लेकर वायरल ग्राफिक्स फर्जी

https://www.vishvasnews.com/politics/fact-check-fake-post-comparing-indias-growth-rate-with-pakistan-sri-lanka-and-bangladesh-gdp-rate-being-viral-on-social-media/

4.Fact Check: अयोध्या मामले में SC के आदेश से पहले फैल रही अफवाह, संचार व्यवस्था की निगरानी से जुड़ा कोई नया नियम नहीं हुआ लागू

https://www.vishvasnews.com/politics/fact-check-before-supreme-court-verdict-on-ayodhya-land-dispute-fake-message-circulating-on-social-media-about-new-communication-rule/

5.Fact Check: मुस्लिम नहीं है नेहरू खानदान, मनगढ़ंत वंशावली के जरिए किया जा रहा दुष्प्रचार

https://www.vishvasnews.com/politics/fact-check-fake-and-malicious-family-tree-of-nehru-family-being-viral-on-social-media/

6. Fact Check: भगत सिंह की असली फोटो बताकर वायरल की जा रही है फर्रुखाबाद के नवाब की तस्वीर

https://www.vishvasnews.com/society/fact-check-picture-of-farukhabads-nawab-is-going-viral-in-the-name-of-shaheed-bhagat-singhs-original-image/

7. Fact Check: तीन राज्यों में नहीं बटेगा यूपी, वायरल पोस्ट फर्जी, CM योगी ने इसे बताया अफवाह

https://www.vishvasnews.com/politics/fact-check-post-claiming-uttar-pradesh-will-be-divided-in-three-parts-is-fake/

8. Fact Check: कॉम्बिफ्लेम से मौत होने का वायरल दावा गलत है

https://www.vishvasnews.com/health/fact-check-post-claiming-combiflam-can-kill-you-is-misleading-2/

9. Fact Check: मिरेकल (चमत्कारिक) मिनरल सॉल्युशन से नहीं ठीक हो सकती हैं ऑटिज्म या ड्रिप्रेशन जैसी बीमा

https://www.vishvasnews.com/health/fact-check-post-claiming-miracle-mineral-solution-can-cure-diseases-such-as-autism-or-depression-is-fake/

10. Fact Check: JNU में कन्हैया कुमार के साथ दीपिका पादुकोण के देश ‘विरोधी’ नारा लगाए जाने का दावा फर्जी

https://www.vishvasnews.com/politics/fact-check-no-deepika-padukone-did-not-raise-any-slogan-with-former-jnusu-president-kanhaiya-kumar/


पिछले एक साल में Vishvas.News ने खुद को भारत की प्रमुख फैक्ट-चेकिंग वेबसाइट के रूप में स्थापित किया है। ये पांच भाषाओं - हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, पंजाबी और असमिया में फैक्ट-चेक करती है। इसके अलावा, Vishvas.News ने हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में स्वास्थ्य संबंधी गलत सूचना के लिए एक समर्पित फैक्ट-चेकिंग सेक्शन भी शुरू किया है। फैक्ट-चेक स्टोरी को विजुअल माध्यम में दिखाने के लिए एक अलग वीडियो सेक्शन (अंग्रेजी और हिंदी, दोनों भाषाओं में) भी है। आजतक Vishvas.News ने अपनी वेबसाइट पर अलग-अलग विषय की 1800 से अधिक स्टोरी ((https://www.vishvasnews.com/)) को फैक्ट-चेक और प्रकाशित किया है। Vishvas.News इंटरनेट और सोशल मीडिया पर वायरल झूठी खबर के खुलासे में मददगार बने सभी तथ्यों, सहायक टूल्स और कोट (या को प्राइमरी सोर्स से या सेकेंडरी सोर्स से) को अपने पाठकों के सामने प्रस्तुत करके उन्हें फैक्ट-चेकिंग प्रक्रिया को जानने और समझने का अधिकार देता है। टीम के साथ जुड़ने और अपने सुझाव और सवाल भेजने के लिए Vishvas.News की वेबसाइट पर अपने यूजर्स के लिए एक ओपन ईमेल आईडी, एक सबमिट न्यूज़ पेज और एक वॉट्सऐप नंबर उपलब्ध है। हम यह सुनिश्चित करते हैं कि हमारी किसी भी स्टोरी का राजनीतिक झुकाव न हो; हम किसी भी तरह की राय देने से दूर रहते हैं। हम प्रमाण और सबूतों को ही खुद की गवाही देने देते हैं। हम यह सुनिश्चित करते हैं कि स्टोरी में शामिल गए साक्ष्य अपनी व्याख्या खुद करें। हम अपने पाठकों को उनके निष्कर्ष पर खुद पहुंचने देते हैं।

प्रीति चौहान मूल्यांकनकर्ता
20-जनवरी-2020 (10 महीने पहले) अपडेट: 10 महीने पहले

आवेदक ने विभिन्न विषयों पर फैक्ट चेक किया है और खुद को किसी विषय के एक तरफ केंद्रित नहीं किया है। 


done_all प्रीति चौहान द्वारा 2ए को पूरी तरह से अनुपालन के रूप में मार्क किया गया।

मानदंड 2 बी
नॉनपार्टिशनशिप नीति
आवश्यक साक्ष्य: कृपया राजनीतिक दलों और एडवोकेसी संगठनों में प्रत्यक्ष भागीदारी से कर्मचारियों को रोकने के लिए अपनी नीति के साक्ष्य साझा करें। कृपया यह भी इंगित करें कि आपके संगठन की नीति एडवोकेसी और राजनीतिक उम्मीदवारों के समर्थन को लेकर समग्रता में है।

एमएमआई ऑनलाइन लिमिटेड
17-जनवरी-2020 (11 महीने पहले) अपडेट: 11 महीने पहले

Vishvas.News की व्यापक संपादकीय / नैतिक नीति के पालन से कई कड़े मानक सुनिश्चित किए गए हैं, जो इसके फैक्ट चेकर्स और पत्रकारों के लिए आचार संहिता व दिशानिर्देश निर्धारित करते हैं। Vishvas.News कड़ाई से अपनी नैतिकता 'नो इंफ्लूएंसर' नीति का पालन करता है। ये नीतियां सुनिश्चित करती हैं कि इसकी स्टोरी किसी भी बाहरी पूर्वाग्रह से प्रभावित नहीं हैं। Vishvas.News में काम करने वाला कोई भी व्यक्ति राजनीतिक गतिविधि में संलग्न नहीं होता है और कभी भी उम्मीदवारों या एडवोकेसी संगठनों के लिए अपना योगदान नहीं देता। नीचे हमारी नॉनपार्टिशनशिप नीति पेज का लिंक दिया गया है।

http://vishvasnews.com/nonpartisanship-policy/

इसके अलावा मूल कंपनी की वेबसाइटों और समूह की अन्य वेबसाइटों ने भी अपनी संपादकीय नीति शुरू की है। साथ ही, ये पाठकों / दर्शकों के बीच प्रभावशीलता, अधिकारिता और भरोसे को बढ़ाने के लिए ट्रस्ट प्रोजेक्ट (https://thetrustproject.org/) का हिस्सा बनने की प्रक्रिया में हैं। इसी के मुताबिक कंटेंट और संपादकीय नीतियों को समूह की वेबसाइटों पर अपडेट किया गया है। नीचे समूह की वेबसाइटों के पॉलिसी पेज के लिंक दिए गए हैं।

अटैच फाइल
picture_as_pdf JNM_MMI_Work_Ethics... (2 MB) picture_as_pdf Copy of Contract (1)... (4 MB)
प्रीति चौहान मूल्यांकनकर्ता
20-जनवरी-2020 (11महीने पहले) अपडेट: 11 महीने पहले

आवेदक की एक नॉनपार्टिशनशिप नीति है और उसने कर्मचारी अनुबंध की एक प्रति दी है। संपादकीय नीति भी अटैच की गई है।  


done_all प्रीति चौहान द्वारा 2बी को पूरी तरह से अनुपालन के रूप में मार्क किया गया।

सेक्शन 3: स्रोतों की पारदर्शिता

मानदंड 3ए
स्रोत नीति
कृपया एक संक्षिप्त और सार्वजनिक स्पष्टीकरण (500 शब्द अधिकतम) दें कि कैसे स्रोतों को इतने विस्तार से दिया जाता है कि पाठक खुद से भी वह फैक्ट चेक कर सकें। अगर आपके पास स्रोतों को खोजने और उनके इस्तेमाल को लेकर कोई सार्वजनिक नीति है, तो उसे यहां साझा किया जाना चाहिए।

एमएमआई ऑनलाइन लिमिटेड
17-जनवरी-2020 (11 महीने पहले) अपडेट: 11 महीने पहले

Vishvas.News अपनी स्टोरी में इतने विवरण देता है कि पाठक पढ़ और समझ सकें कि इसका खुलासा कैसे किया गया है और वे इस सीख से दूसरी वायरल झूठी खबरों का खुलासा खुद कर सके। स्टोरी को तैयार करते समय खबर के निष्कर्ष को सपोर्ट करने के लिए सभी प्रमाणों का इस्तेमाल सही जगह पर होता है।

स्टोरी में हमेशा स्रोत (या तो प्राइमरी स्रोत या सेकेंडरी स्रोत) दिए जाते हैं, ताकि पाठक फैक्ट-चेकिंग की प्रक्रिया को शुरू से लेकर अंत तक समझ सके। यह भी जान सके कि स्टोरी कैसे किसी वायरल झूठी खबर का खुलासा कर रही है। इसमें ट्वीट्स, लिंक इंबेड करने, रिपोर्ट्स के स्क्रीनशॉट्स लगाने समेत अन्य जरूरी तत्व भी शामिल किए जाते हैं। हम लिंक और/या स्रोत/मीडिया रिपोर्ट्स के स्क्रीनशॉट्स लगाने समेत स्टोरी में स्रोत की पहचान विस्तृत रूप से स्थापित करते हैं।

आंतरिक संपादकीय गाइडलाइंस के तहत टीम विश्वास न्यूज सभी स्टोरी में फिजिकल वेरिफिकेशन जरूर करती है। फैक्ट-चेकर अपनी स्टोरी में दावों में तथ्यों की पुष्टि के लिए प्राइमरी या सेकेंडरी स्रोतों से बात जरूर करते हैं। यह एक अनिवार्य प्रक्रिया है और टीम के सभी सदस्य कड़ाई से इसका पालन करते हैं।

पहले कदम के रूप में हम सूचना या खबर के स्रोत की पुष्टि करते हैं। एक बार जब दावा स्थापित हो जाता है, तो हम सबसे अहम कदम के रूप में दावे की जांच हेतु प्रमाण के लिए विश्वसनीय स्रोत की तलाश करते हैं। अपने फैक्ट चेक्स के लिए हम कई स्रोतों का इस्तेमाल करते हैं। अगर हम पुष्टि करने में सफल नहीं होते, तो खबर या सूचना पब्लिश नहीं की जाती। न्यूज सोर्स में न्यूजपेपर आर्टिकल्स, न्यूज शो के यूट्यूब लिंक्स, ट्वीट्स, फेसबुक पेज शामिल हो सकते हैं। इंटरनेट के समय में कुछ लोग दूसरे संगठनों की कवरेज को भी अपने फैक्ट के रूप में पेश करते हैं, जिससे गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में हम यह अपनी जिम्मेदारी समझते हैं कि केवल वही सूचनाएं दी जाएं, जो सत्यापित और प्रामाणिक हों। वेबसाइट पर पब्लिश हुए न्यूज के लिए स्रोत को पूरा क्रेडिट दिया जाता है। सभी स्टोरी में तस्वीर के स्रोत को भी पूरा क्रेडिट दिया जाता है। हम जिस भी स्रोत का उल्लेख करते हैं उसे हाइपरलिंक और/या उसका जिक्र स्टोरी में जरूर करते हैं।

राजनीतिक दलों, नेताओं, वकीलों और अन्य पेशेवरों की फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया साइटों पर मौजूदगी है। हम उन्हें फॉलो करते हैं या अपने कॉन्टैक्ट लिस्ट में शामिल करते हैं। समाज के प्रभावशाली व्यक्तियों को जोड़ते हुए हम यह सुनिश्चित करते हैं कि उनकी उपस्थिति केवल समाचार फ़ीड के लिए है न की दूसरी चीजों के लिए। हम उस मंच पर उनके साथ संवाद नहीं करते हैं।

हम इस बात को लेकर संवेदनशील हैं कि अलग-अलग लोगों के अलग-अलग दृष्टिकोण हैं। अगर कोई आरोपों से इनकार करता है, तो इसे भी स्टोरी में शामिल किया जाता है। यह सारी रिपोर्टिंग में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के प्रयासों का अहम हिस्सा है। Vishvas News का एकमात्र उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सिलसिलेवार और निष्पक्ष ढंग से फैक्ट-चेक स्टोरी पब्लिश की जाएं।

हम सुनिश्चित करते हैं कि चार्ट और इन्फोग्राफिक में उपयोग किया गया डेटा सटीक हैं। हम डेटा (संख्या) की जांच ध्यान से करते हैं, ताकि हमारे पाठकों को सही जानकारी मिल सके। राजनीतिक बयानों को कवर करते हुए, हम हर संभव स्तर पर उसकी जांच करते हैं। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने पाठकों को पूरी फैक्ट-चेक्ड जानकारी प्रदान करें।

हमने एक 'दो स्तरीय' कॉस चेक सिस्टम शुरू किया है। इसके तहत फैक्ट-चेकर जिस स्टोरी पर काम कर रहे होते हैं, उन्हें खुद से उन स्टोरी को पब्लिश करने का अधिकार नहीं होता। टीम Vishvas.News का एक दूसरा फैक्ट-चेकर उनकी स्टोरी को फिर से जांचता है। जब वह संतुष्ट हो जाता है कि स्टोरी में सभी SOPs और गाइडलाइंस का पालन किया गया है, तो अपनी लॉग इन आईडी से उसे पब्लिश करता है। कॉपी को 100 फीसदी एरर फ्री रखने और सभी SOPs व गाइडलाइंस का उचित तरीके से पालन सुनिश्चित कराने के लिए ही 'मेकर्स-चेकर्स' की यह व्यवस्था शुरू की गई है।

प्रीति चौहान मूल्यांकनकर्ता
20-जनवरी-2020 (11 महीने पहले) अपडेट: 11 महीने पहले

आवेदक के फैक्ट चेक्स में स्रोत बहुत अच्छी तरह से और स्पष्ट रूप से दिए गए हैं। पाठक स्वयं दिए गए स्रोत की प्रामाणिकता की जांच कर सकते हैं, क्योंकि वे ज्यादातर हाइपरलिंक या स्पष्ट रूप से दिखाए गए हैं। उनके पास अपनी स्रोत नीति भी है।


done_all प्रीति चौहान द्वारा 3ए को पूरी तरह से अनुपालन के रूप में मार्क किया गया।

सेक्शन 4: फंडिंग और संगठन की पारदर्शिता

मानदंड 4ए
फंडिंग स्रोत
आवश्यक साक्ष्य: कृपया उस सेक्शन के बारे में जानकारी दें, जहां आप सार्वजनिक रूप से अपनी फंडिंग के स्रोतों की लिस्ट देते (आप किस तरह की फंडिंग लेते हैं और कैसी नहीं, अगर इसके बारे में भी कोई नियम है, तो उसे भी शामिल करें)। अगर आप किसी स्थापित मीडिया संगठन या रिसर्च इंस्टीट्यूशन के ब्रांच हैं, तो स्वामित्व पर एक बयान दें।

एमएमआई ऑनलाइन लिमिटेड
17-जनवरी-2020 (11 महीने पहले) अपडेट: 11 महीने पहले

Vishvas News 'MMI Online Limited ’(CIN no। U72300UP2008PLC036242) के बैनर तले काम कर रहा है, जो भारत के कंपनी अधिनियम के तहत बनी एक कानूनी इकाई है और कंपनी के प्रवर्तकों द्वारा वित्त पोषित है। आप MMI ऑनलाइन लिमिटेड के सबसे हालिया फाइनेंशियल डिस्क्लोजर, वित्तीय वर्ष 2018-2019 की बैलेंस शीट देख सकते हैं।

Vishvas News किसी भी राजनीतिक दल, किसी पार्टी के लिए चुनाव लड़ने या निर्वाचित होने वाले उम्मीदवार या किसी भी व्यक्ति से डोनेशन नहीं लेता है।  

फाइल अटैच
picture_as_pdf MMI-Balance-Sheet (2... (129 KB) picture_as_pdf Vishvas Funding (1).... (202 KB)
प्रीति चौहान मूल्यांकनकर्ता
20-जनवरी-2020 (11 महीने पहले) अपडेट: 11 महीने पहले

आवेदक ने फंडिंग का स्रोत बताया है। इन्होंने ओनर कंपनी की बैलेंस शीट भी प्रदान की है।


done_all प्रीति चौहान द्वारा 4ए को पूरी तरह से अनुपालन के रूप में मार्क किया गया।

मानदंड 4बी
कर्मचारी
आवश्यक साक्ष्य: कृपया अपने फैक्ट-चेकिंग प्रोजेक्ट के सभी लेखकों और प्रमुख लोगों की बायोग्राफी समेत सारी जानकारी वाले सेक्शन का लिंक दें। अगर आपके संगठन में संपादकीय बोर्ड के सदस्य, एक्सपर्ट्स का समूह, सलाहकार मंडल इत्यादि हैं, तो आप उनके नाम भी दे सकते हैं।

एमएमआई ऑनलाइन लिमिटेड
17-जनवरी-2020 (11 महीने पहले) अपडेट: 11 महीने पहले

विश्वास न्यूज के सभी सदस्य योग्य पत्रकार और प्रमाणित / प्रशिक्षित तथ्य चेकर हैं। विश्वास न्यूज टीम गंभीरता से इस तथ्य की गंभीरता और महत्व के बारे में जानती है कि वे क्या कर रहे हैं और उन्हें आईएफसीएन दिशानिर्देशों, इन-हाउस संपादकीय / नैतिकता नीतियों और गैर-पक्षपातपूर्ण नीति का एक स्पष्ट विचार और ज्ञान है। विश्वास न्यूज टीम समाचार के चेकर्स अपने व्यक्तिगत सोशल मीडिया खातों पर एक गैर-पक्षपातपूर्ण तरीके से व्यवहार करते हैं और वे सभी विश्वास न्यूज के सोशल मीडिया दिशानिर्देशों का भी पालन करते हैं।

http://vishvasnews.com/fact-check-team/

प्रीति चौहान मूल्यांकनकर्ता
20-जनवरी-2020 (11 महीने पहले) अपडेट: 11 महीने पहले

संगठन के प्रमुख लोगों के नाम उनकी जॉब प्रोफाइल के साथ स्पष्ट रूप से सूचीबद्ध हैं। 


done_all प्रीति चौहान द्वारा 4बी को पूरी तरह से अनुपालन के रूप में मार्क किया गया।

मानदंड 4 सी
संपर्क करें
आवश्यक साक्ष्य: कृपया उस सेक्शन का लिंक दें, जहां पाठक संगठन से संपर्क कर सकते हैं।

एमएमआई ऑनलाइन लिमिटेड
17-जनवरी-2020 (11 महीने पहले) अपडेट: 11 महीने पहले

http://vishvasnews.com/contact-us/

https://www.vishvasnews.com/submit-news/

वॉट्सऐप नंबर: +91- 9205270923

ईमेल आईडी: contact@vishvasnews.com

प्रीति चौहान मूल्यांकनकर्ता
20-जनवरी-2020 (11 महीने पहले) अपडेट: 11 महीने पहले

आवेदक पाठकों को उनसे संपर्क करने के लिए प्रोत्साहित करता है। उन्होंने इसके लिए कई तरीकों के बारे में बताया है। 


done_all प्रीति चौहान द्वारा 4सी को पूरी तरह से अनुपालन के रूप में मार्क किया गया।

सेक्शन 5: कार्यप्रणाली की पारदर्शिता

मानदंड 5ए
विस्तृत कार्यप्रणाली
आवश्यक साक्ष्य: कृपया उस सेक्शन या आर्टिकल का लिंक दें, जहां आपके फैक्ट-चेकिंग काम के सारे स्टेप्स की जानकारी दी गई है।

एमएमआई ऑनलाइन लिमिटेड
एमएमआई ऑनलाइन लिमिटेड (17-जनवरी-2020) अपडेट: 17-जनवरी-2020
प्रीति चौहान मूल्यांकनकर्ता
20-जनवरी-2020 (11 महीने पहले) अपडेट: 11 महीने पहले

आवेदक ने वेबसाइट पर अपनी कार्यप्रणाली का स्पष्ट उल्लेख किया है।


done_all प्रीति चौहान द्वारा 5a को पूरी तरह से अनुपालन के रूप में मार्क किया गया।

मानदंड 5बी
दावा सबमिट करना
आवश्यक साक्ष्य: कृपया उस पेज या प्रक्रिया का लिंक दें, जिसके माध्यम से पाठक फैक्ट-चेक के लिए दावे सबमिट कर सकता है। अगर आप पाठक को ऐसा करने की अनुमति नहीं देते, तो संक्षेप में बताएं कि क्यों।

एमएमआई ऑनलाइन लिमिटेड
17-जनवरी-2020 (111 महीने पहले) अपडेट: 11 महीने पहले

ऐसे कई तरीके हैं, जिनके माध्यम से पाठक फैक्ट-चेक के लिए दावे सबमिट कर सकता है और हमारी स्टोरी पर फीडबैक दे सकता है। हर स्टोरी के अंत में अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए 'अपना सुझाव पोस्ट करें' नाम का सेक्शन होना है। साथ ही, हमारे साथ यूजर्स के सहूलियत से जुड़ने के लिए हर स्टोरी के नीचे हमारी ईमेल आईडी - contact@vishvasnews.com दी जाती है।

हर स्टोरी पेज में नीचे एक वॉट्सऐप नंबर + 91- 9205270923 भी दिया जाता है। इसके माध्यम से पाठक विश्वास न्यूज से संपर्क कर सकते हैं। पाठकों की तरफ से इन जगहों पर आने वाले इनपुट्स पर नियमित रूप से नजर रखी जाती है।

प्रीति चौहान मूल्यांकनकर्ता
20-जनवरी-2020 (11 महीने पहले) अपडेट: 11 महीने पहले

आवेदक की वेबसाइट पर खास कॉल फॉर एक्शन दिया गया है, जो पाठकों को दावे भेजने का तरीका बताती है। उनके पास इसके लिए एक वॉट्सऐप नंबर भी है, जहां पाठक फैक्ट चेक के लिए दावे भेज सकते हैं। 


done_all प्रीति चौहान द्वारा 5बी को पूरी तरह से अनुपालन के रूप में मार्क किया गया।

सेक्शन 6: खुली और ईमानदार सुधार नीति

मानदंड 6ए
सुधार नीति
आवश्यक साक्ष्य: कृपया उस पेज का लिंक दें, जहां आप अपनी सुधार नीति के बारे में बताते हैं। अगर यह सार्वजनिक नहीं है, तो कृपया अपने संगठन की हैंडबुक साझा करें।

एमएमआई ऑनलाइन लिमिटेड
17-जनवरी-2020 (11 महीने पहले) अपडेट: 11 महीने पहले

हमारे पास फैक्ट चेक अर्लट नंबर के लिए वॉट्सऐप + 91-9205270923 और ईमेल आईडी: contact@vishvasnews.com है। इस नंबर और ईमेल आईडी का जिक्र हर स्टोरी पेज के अंत में किया जाता है, ताकि पाठक के लिए यह संभव हो कि आसानी से उन चीजों को बता सके, जो उसे गलत/भ्रामक लगती हैं। हम कभी भी अपनी गलतियों को स्वीकार करने से नहीं चूकते और हमारे नोटिस में लाए जाने पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हैं।

टीम विश्वास न्यूज़ हर गलती को जल्द से जल्द ठीक करती है। यदि हमें अपने कंटेंट की सटीकता के बारे में कोई शिकायत मिलती है, तो हम तुरंत इसे रोक देते हैं और पहले तथ्यों की जांच करते हैं। एक बार तथ्यों की जांच हो जाने के बाद हम एक निर्णय लेते हैं और प्रतिक्रिया के रूप में उचित जवाब देते हैं। गलती / त्रुटि की प्रामाणिकता और असर के आधार पर, हम प्रकाशित जानकारी को संपादित करते हैं। इसके अलावा अगर मूल खबर गलत नहीं है, तो हम पाठक को सूचित करते हैं और यह भी बताते हैं कि हम इस निर्णय पर कैसे पहुंचे।

हमारी एक और महत्वपूर्ण नीति है कि अगर किसी भी कॉपी में कोई बड़ी गलती पाई जाती है, तो हम उसे सही जानकारी से अपडेट करेंगे। साथ ही, गलती की पहचान करने वाले व्यक्ति को विधिवत क्रेडिट देंगे। कॉपी में इसका उल्लेख करने की भी व्यवस्था है। हालांकि, विश्वास न्यूज ने जबसे फैक्ट-चेकिंग का काम शुरू किया है, ऐसा कुछ भी हमारे साथ नहीं हुआ है।

http://vishvasnews.com/correction-policy/

प्रीति चौहान मूल्यांकनकर्ता
20-जनवरी-2020 (11 महीने पहले) अपडेट: 11 महीने पहले

आवेदक की एक सुधार नीति है, जो उनकी वेबसाइट पर उपलब्ध है। उन्होंने सुधार नीति पेज पर सुधारे गए फैक्ट-चेक्स के लिए लिंक भी दिए हैं।


done_all प्रीति चौहान द्वारा 6ए को पूरी तरह से अनुपालन के रूप में मार्क किया गया।

मानदंड 6बी
सुधार के उदाहरण
आवश्यक साक्ष्य: पिछले वर्ष में किए गए सुधार, या सुधार अनुरोधों को हैंडल करने के दो उदाहरण दें।

एमएमआई ऑनलाइन लिमिटेड
17-जनवरी-2020 (11 महीने पहले) अपडेट: 11 महीने पहले

16 सितंबर, 2019

16 सितंबर को विश्वास न्यूज को टीम के एक सदस्य (इम्प्लॉई आईडी- PN0041) की स्टोरी पर क्लेम मिला। यह स्टोरी 14 सितंबर को की गई थी। इस स्टोरी का लिंक यहां नीचे दिया गया है-

https://www.vishvasnews.com/politics/fact-check-fake-tweet-of-congress-claiming-about-unemployment-in-auto-sector-being-viral-on-social-media/

इस स्टोरी पर विश्वास न्यूज को फेसबुक पेज 'Fir Ek Bar Modi Sarkar' के एडमिन की तरफ एक मेल मिली। इस पेज के एडमिन ने दावा किया कि उनके पोस्ट पर विश्वास न्यूज की तरफ से दी गई रेटिंग सही नहीं है। इस स्टोरी के लेखक ने यूथ कांग्रेस से जरूरी कोट नहीं लिया था। IFCN की गाइडलाइंस और मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के मुताबिक, विश्वास न्यूज ने इस स्टोरी में जरूरी सुधार किए। साथ ही, इस फेसबुक पोस्ट की रेटिंग को 'फाल्स' से 'ट्रू' किया गया।

16 जनवरी, 2020

6 जनवरी को विश्वास न्यूज टीम की फैक्ट चेकर (इम्पलॉई आईडी PN0058) ने ऑस्ट्रेलियाई मानचित्र की वायरल 3डी तस्वीर पर एक फैक्ट चेक स्टोरी की, जो बुशफायर की तीव्रता दिखा रहा था। तस्वीर इस फर्जी दावे के साथ वायरल हो रही थी कि इसे नासा द्वारा सैटेलाइट से लिया गया है। इस स्टोरी पर काम करने वाले फैक्ट चेकर ने अपनी पड़ताल सही ढंग से की। सारी गाइडलाइंस को फॉलो किया और इस 3डी तस्वीर को बनाने वाले का बयान भी हासिल किया, जिन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि तस्वीर को नासा से मिले बुशफायर डाटा के इस्तेमाल से बनाया गया है। विश्वास न्यूज की स्टोरी का लिंक यहां नीचे दिया गया है-

https://www.vishvasnews.com/world/fact-check-australia-bush-fire-viral-image-does-not-shared-by-nasa-but-is-graphic-image-which-is-being-circulated-with-fake-claim/

विश्वास न्यूज फेसबुक के साथ थर्ड-पार्टी फैक्ट चेक पार्टनर के रूप में काम करता है। अगर वायरल पोस्ट फेसबुक पर है, तो विश्वास न्यूज स्टोरी के नतीजों के आधार पर पोस्ट को- झूठ, सच, भ्रामक की रेटिंग देता है। फेसबुक पर पोस्ट को रेट करने की गाइडलाइन अलग है। कभी-कभी तस्वीरें सही होती हैं, लेकिन इनके साथ किया गया दावा या तो झूठा होता है या भ्रामक। कभी-कभी तस्वीर और दावे, दानों ही गलत होते हैं। ऐसे मामलों में विश्वास न्यूज 'ऑन सिंगल पोस्ट' या 'आइडेंटिकल कंटेंट' मार्किंग को अपनाता है। ऊपर की स्टोरी में फेसबुक पोस्ट में इस्तेमाल तस्वीर बिल्कुल सही थी, लेकिन इसके साथ किया गया दावा गलत था। यह बात स्टोरी में उचित ढंग से बताई भी गई थी। लेकिन स्टोरी रेटिंग की प्रक्रिया के दौरान, फैक्ट चेकर (इम्पलॉई आईडी PN0058) ने स्टोरी को 'आइडेंटिकल कंटेंट' मार्क कर दिया। ऐसे में कुछ फेसबुक यूजर्स को सही दावे पोस्ट करने के बावजूद स्वतंत्र फैक्ट चेकर की तरफ से फैक्ट चेक फर्जी तस्वीर का मैसेज मिला। विश्वास न्यूज तकनीकी समस्या की वजह से रेटिंग को दुरुस्त करने में समक्ष नहीं था, क्योंकि विश्वास न्यूज की स्टोरी में जिस यूजर का जिक्र किया गया था, उसने अपनी फेसबुक पोस्ट डिलीट कर दी थी। इस मसले को सुलझाने में एक हफ्ते का वक्त लगा और इसे 15 जनवरी को सुलझाया जा सका।

इस 'आइडेंटिकल कंटेंट' इश्यू की वजह से विश्वास न्यूज को अलग-अलग फेसबुक यूजर की तरफ से 13 अपील मेल मिले। सभी ने सही व्याख्या के साथ तस्वीर का इस्तेमाल किया था, लेकिन तकनीकी समस्या की वजह से उन्हें 'फेक तस्वीर' का मैसेज मिला। विश्वास न्यूज ने सभी से अलग-अलग मेल के जरिए संपर्क किया और उन्हें 9 जनवरी के इश्यू के बारे में जानकारी दी गई। एक बार जब मामला सुलझ गया, तो विश्वास न्यूज ने सभी को एक बार फिर पुष्टि करने के लिए मेल भेजा।

पोस्ट को गलत ऑप्शन से रेट करने वाली विश्वास न्यूज सदस्य (इम्लपॉई आईडी PN0058) से आधिकारिक मेल पर जवाब (ये कैसा हुआ) मांगा गया। उनके जवाब के बाद गाइडलाइंस और नीति के आधार उनपर आवश्यक कार्रवाई की गई।

प्रीति चौहान मूल्यांकनकर्ता
20-जनवरी-2020 (11 महीने पहले) 11 महीने पहले: 11 महीने पहले

आवेदक ने सुधार नमूनों के लिंक दिए हैं। हालांकि, यह लेख में स्पष्ट नहीं है कि उन्होंने इसे कब और कैसे सही किया।


done_all प्रीति चौहान द्वारा 6ए को पूरी तरह से अनुपालन के रूप में मार्क किया गया।