
नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसके जरिए दावा किया जा रहा है कि उत्तरप्रदेश में इस साल छात्रों को छात्रवृत्ति नहीं मिलेगी। ऐसा निर्णय बजट की कमी के कारण लिया गया है। विश्वास न्यूज ने पड़ताल में पाया कि वायरल हो रही पोस्ट फर्जी है। उत्तर प्रदेश सरकार ने ऐसा कोई आदेश नहीं दिया है।
क्या है वायरल पोस्ट में?
फेसबुक पर वायरल इस पोस्ट को RanjeetSingh Ranjeet Singh नामक यूजर ने साझा किया था। इस पोस्ट में एबीपी न्यूज के लोगो और ब्रेकिंग न्यूज के साथ एक स्क्रीनशॉट साझा किया गया है। इस स्क्रीनशॉट में लिखा गया है: यूपी छात्रों को इस साल छात्रवृत्ति नहीं मिलेगी, बजट की कमी….
पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है।
पड़ताल
वायरल पोस्ट की पड़ताल के लिए सबसे पहले हमने कीवर्ड्स की मदद से इंटरनेट पर सर्च किया। हमें इससे उलट कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, जिसमें छात्रवृत्तियों के लिए आवेदन जारी होने और इसके लिए आवेदन कैसे करना है इसके बारे में जानकारी दी गई थी। छात्रवृत्तियों के लिए scholarship.gov.in पर जाकर आवेदन किया जा सकता है। इसके बारे में उत्तरप्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर भी नोटिफिकेशन जारी किया गया था।
हमें 20 अगस्त को छपी एक मीडिया रिपोर्ट भी मिली, जिसमें यह बताया गया था कि कोरोना के कारण यूपी में दो लाख छात्रों की छात्रवृत्ति फंस गई है। रिपोर्ट के अनुसार, इस बार छात्रवृत्ति के लिए प्रदेश सरकार ने बजट तो जारी किया है, लेकिन बजट विभागों के खाते में जाने के लिए वित्त आयोग की अनुमति नहीं मिली है। हालांकि, इस रिपोर्ट में भी यह कहा गया है कि कुछ विभागों ने छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू किए हैं।
हमने एबीपी न्यूज की वेबसाइट व यूट्यूब चैनल को भी खंगाला, लेकिन हमें वहां ऐसी कोई न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली। वहीं, हमने एबीपी न्यूज की ग्राफिक प्लेट्स को वायरल स्क्रीनशॉट के साथ मिलाया तो पाया कि एबीपी न्यूज पर ब्रेकिंग न्यूज वाला ग्राफिक प्लेट वायरल पोस्ट से मेल नहीं खाता।
हमने एबीपी न्यूज के एक सीनियर एडिटर से भी बात की, जिन्होंने स्पष्ट किया कि एबीपी न्यूज ने ऐसी कोई खबर नहीं चलाई है। उन्होंने यह भी कहा कि वायरल पोस्ट में टेक्स्ट का फॉन्ट उनके फॉन्ट से मेल नहीं खाता।
हमने उत्तर प्रदेश समाज कल्याण विभाग में भी छात्रवृत्ति की जिम्मेदारी देखने वाले अधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया कि वायरल हो रहा पोस्ट फर्जी है। उत्तर प्रदेश में छात्रों को छात्रवृत्ति न देने जैसा अब तक कोई फैसला नहीं आया है। इसके लिए हमारे पास बजट पहले से ही उपलब्ध है।
हमने दैनिक जागरण के यूपी ब्यूरो के डिप्टी ब्यूरो चीफ राजीव दीक्षित से बात की उन्होंने भी इस बात की पुष्टि की कि विभाग से छात्रवृत्तियां न देने जैसी कोई खबर सामने नहीं आई है।
फेसबुक पर यह पोस्ट “RanjeetSingh Ranjeet Singh” नामक यूजर ने साझा की थी। जब हमने इस यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया तो पाया कि यूजर पुणे का रहने वाला है।
निष्कर्ष: उत्तरप्रदेश में छात्रों को इस साल छात्रवृत्ति नहीं मिलेगी ऐसा दावा करने वाली पोस्ट फर्जी है।
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