
नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर पथराव की एक घटना के वीडियो को पटना के सन्नी गुप्ता हत्याकांड से जोड़कर वायरल किया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि पथराव का यह वीडियो पटना का है, जिसमें भीड़ दिवंगत सन्नी गुप्ता के घर पर पथराव कर रही है।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला।
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई यूजर्स एक घर पर हो रहे पथराव का वीडियो शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि यह घटना पटना के खाजेकलां थाना क्षेत्र में स्थित सन्नी गुप्ता का घर हैं।
ट्विटर हैंडल ‘@shailes09739742’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”ये बिहार के पटना के सन्नी गुप्ता जी के घर पर पथराव हो रहा है*दुख की बात यह है कि सन्नी गुप्ता जी की शवयात्रा पर भी उन्मादी मुस्लिमो की भीड़ ने पथराव किया था। तमाम फ़र्ज़ी बुद्धिवजीवी, अवार्ड वापसी गैंग,लिब्रांडो,तमाम नेता और मानवाधिकार वाले इस घटना पर मौन है।”
फेसबुक और व्हाट्सएप पर भी कई यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
‘दैनिक जागरण’ के पटना नगर संस्करण में 26 अप्रैल को छपी खबर के मुताबिक 20 अप्रैल को पटना सिटी के खाजेकलां थाना क्षेत्र के नून के चौराहा के समीप शीशा का सिपहर मोहल्ले में बैंड मालिक गोपाल प्रसाद के पुत्र सन्नी गुप्ता की हत्या कर दी गई थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, ’20 अप्रैल की शाम पुलिस घर के बाहर बैठे लोगों को लॉक डाउन का पालन कराने के लिए गली में आगे बढ़ रही थी। अचानक कुछ लोग भागने लगे। घर के बाहर बैठे लोगों से सन्नी ने अपने घरों में जाने का अनुरोध किया। इसी दौरान पड़ोस में रहने वाले मोहम्मद हसनैन, मोहम्मद नासर, मोहम्मद अंजुम और मोहम्मद चांद, सन्नी गुप्ता से उलझते हुए गाली गलौच करने लगे। मोहम्मद हसनैन के पुत्र मोहम्मद चांद व अंजुम ने कहा कि रोज रोज का झगड़ा समाप्त कर दो। यह सुनकर सन्नी गुप्ता और परिवार के सदस्य घर के अंदर आ गए। इसी बीच चांद और अंजुम ने फायरिंग कर दी।’
विश्वास न्यूज ने मृतक सन्नी गुप्ता के छोटे भाई दीपक गुप्ता से बात की। वायरल वीडियो के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘नहीं, वीडियो में नजर आ रहा घर हमारा नहीं है।’ दीपक ने पुलिस को दी गई तहरीर को भी साझा किया, जिसमें उन्होंने वारदात का विस्तार से विवरण दिया है।
विश्वास न्यूज ने खाजेकलां थाना क्षेत्र के थाना प्रभारी सनोवर खान से संपर्क किया। उन्होंने बताया, ‘पीड़ित परिवार के घर पर पथराव की बात झूठी है। उनके घर पर पथराव नहीं हुआ था।‘ खान ने कहा, ‘पीड़ित परिवार ने हत्या के मामले में दर्ज कराए मुकदमे में छह लोगों को नामजद किया था और इन सभी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।’
उन्होंने कहा कि पथराव और उपद्रव की घटना अंतिम यात्रा के दौरान हुई थी और इसे लेकर पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया है। उन्होंने कहा, ‘शव यात्रा पर पथराव का दावा गलत है।’ दैनिक जागरण के पटना नगर संस्करण में 27 अप्रैल को छपी खबर से इसकी पुष्टि होती है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ‘खाजेकलां थाना क्षेत्र के नून के चौराहा के सटे शीशा का सिपहर मोहल्ला से 21 अप्रैल की दोपहर निकली सन्नी गुप्ता की अंतिम यात्रा के दौरान उग्र लोगों द्वारा पथराव किए, पुलिस के खिलाफ नारेबाजी, धक्का मुक्की, बल प्रयोग, लॉक डाउन का उल्लंघन तथा सरकारी काम-काज में बाधा उत्पन्न करने वाले उपद्रवियों के खिलाफ खाजेकलां थाना पुलिस प्राथमिकी दर्ज की है, जिसमें 15 नामजद और 35 अज्ञात हैं।’
यानी जिस वीडियो को सन्नी गुप्ता के घर पर पथराव के दावे के साथ वायरल किया जा रहा है, वह इससे जुड़ा हुआ नहीं है।
अब हमने वायरल हो रहे वीडियो के ओरिजिन को खोजने की कोशिश की। इनविड टूल की मदद से मिले फ्रेम्स को रिवर्स इमेज करने पर हमें फेसबुक यूजर ‘Senge Hasnan Sering’ की प्रोफाइल पर यही वीडियो (आर्काइव लिंक) मिला, जिसे पटना की घटना से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।
पोस्ट के साथ दी गई जानकारी के मुताबिक, ‘यह वीडियो पाकिस्तान के सिंध प्रांत के हैदराबाद का है, जहां ईशनिंदा के आरोप में शिया मुस्लिम के घर पर पथराव किया गया और इस दौरान पुलिस तमाशा देखती रही।’ वीडियो के की-फ्रेम्स में भीड़ में खड़ी पुलिस को वर्दी में देखा जा सकता है।
वायरल वीडियो में नजर आ रहे पुलिसकर्मियों का यूनिफॉर्म बिहार पुलिस के यूनिफॉर्म से बिलकुल अलग है। बिहार पुलिस की वेबसाइट पर मौजूद फोटो गैलरी में राज्य की पुलिस के यूनिफॉर्म को देखा जा सकता है।
सिंध पुलिस की वेबसाइट पर मौजूद तस्वीरों में पुलिस अधिकारियों के यूनिफॉर्म को देखा जा सकता है, जो वायरल वीडियो में नजर आ रहे पुलिसकर्मियों के यूनिफॉर्म से मिल रहा है। इसमें वर्दी पहने पुलिस अधिकारियों की बांह पर जो लोगो या प्रतीक चिह्न दिख रहा है, वह वायरल वीडियो में नजर आ रहे पुलिसकर्मी के यूनिफॉर्म पर भी है।
विश्वास न्यूज हालांकि इस वीडियो के लोकेशन और उसकी तारीख की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं करता है। लेकिन यह वीडियो पटना में हुए सन्नी गुप्ता पथराव कांड से संबंधित नहीं है।
निष्कर्ष: पटना के सन्नी गुप्ता ह्त्याकांड के नाम पर पथराव के जिस वीडियो को वायरल किया जा रहा है, वह पटना में हुई वारदात से संबंधित नहीं है।
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