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Fact Check: मेरठ में युवक का सिर गंजा कर उसकी सार्वजनिक बेइज्जती के वीडियो को भ्रामक दावे के साथ किया जा रहा शेयर

उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक युवक को गंजा कर उसकी सार्वजनिक बेइज्जती की घटना के वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया है। संबंधित घटना आपसी रंजिश का मामला था और इसमें शामिल दोनों ही पक्ष दलित समुदाय से आते हैं।

  • By Vishvas News
  • Updated: March 31, 2023

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुई घटना का है, जहां दलित युवक को उत्पीड़ित करते हुए उसे सार्वजनिक रूप से शर्मिंदा किया गया। वायरल वीडियो में कुछ लोगों और महिलाओं को युवक की पिटाई करते हुए देखा जा सकता है। कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में दलित उत्पीड़न का मामला बताते हुए भी शेयर किया है।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। वायरल हो रहा वीडियो उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में हुई घटना का ही है, लेकिन इसमें आरोपी और पीड़ित दोनों एक ही समुदाय के लोग हैं। पुलिस की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, इस घटना में शामिल दोनों पक्ष एक-दूसरे के जानने वाले हैं। यह घटना दो समुदायों के बीच का मामला नहीं है।

क्या है वायरल?

सोशल मीडिया यूजर ‘Aman Shah’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “एक दलित युवक लखन के हाथ-पैर पेड़ से बंधे हुए थे, उसका चेहरा काला कर दिया गया था, भीड़ के सामने उसका सिर मुंडवा दिया गया था और उसके गले में जूतों की माला डाल दी गई थी. ये सब बीजेपी शासित यूपी के मेरठ शहर में हो रहा है और मुख्यमंत्री महोदय इस व्ववस्था को रामराज्य बता रहे है !”

सोशल मीडिया पर भ्रामक दावे के साथ वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट

कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर ‘अमर उजाला’ की वेबसाइट पर 27 मार्च 2023 को प्रकाशित रिपोर्ट मिली, जिसमें लगी तस्वीर वायरल वीडियो के की-फ्रेम्स से मेल खाती है। ‘इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट में भी आरोपी और पीड़ित दोनों पक्ष के दलित समुदाय से जुड़े होने का जिक्र है।

रिपोर्ट के मुताबिक, “उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र में एक युवक को गंजा करके उसका मुंह काला किया गया। यही नहीं, इसके बाद उसके गले में जूते-चप्पलों की माला पहनाकर घुमाया गया। आरोप है कि युवक को पेड़ से बांधकर मारपीट भी की गई। वहीं, इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।” रिपोर्ट में बताया गया है कि यह घटना पुरानी रंजिश का मामला था।

‘दैनिक जागरण’ की रिपोर्ट के मुताबिक, “छेड़छाड़ के मामले में पंचायत ने आरोपित के सिर के बाल काटे और हाथ बांध दिए। मुंह काला कर गले में जूतों की माला डालकर कालोनी में घुमाया। इसका वीडियो तेजी से इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस ने संज्ञान ले मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने युवक की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।” रिपोर्ट के मुताबिक, “पुलिस ने पंचायत में सजा सुनाने वाले पांच आरोपितों को हिरासत में लिया था, जिनमें से एक थाने से भाग गया। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। राजस्थान के चुरू जिले के तारानगर निवासी लाखन गाजियाबाद में झुग्गी में रहता है। लाखन 25 मार्च को अपनी बहन के घर ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र में दिल्ली रोड स्थित एक कालोनी में आया था।”

दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 28 मार्च को प्रकाशित खबर

इस रिपोर्ट में भी संबंधित मामले में आरोपी और पीड़ित समुदाय के अलग-अलग होने का जिक्र नहीं है। दैनिक जागरण के मेरठ के ब्यूरो चीफ रवि सिंह से संपर्क किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि इस मामले में आरोपी और पीड़ित दोनों एक ही समुदाय के हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले में जिन लोगों ने पंचायती कर ऐसा फरमान सुनाया, वे गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

ट्विटर पर भी कई यूजर्स ने इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया था। इनमें से एक ट्वीट पर जवाब देते हुए मेरठ पुलिस ने बताया कि संबंधित मामले में दोनों पक्ष रिश्तेदार हैं और मामले में मुकदमा दर्ज कर कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

इस मामले में दर्ज एफआईआर में भी अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निरोधक) अधिनियम के तहत मुकदमा किए जाने का कोई जिक्र नहीं है।

अतिरिक्त पुष्टि के लिए विश्वास न्यूज ने इस मामले में मेरठ जिले के ब्रह्मपुरी पुलिस स्टेशन से संपर्क किया। एसएचओ विष्णु कौशिक ने विश्वास न्यूज के साथ बातचीत में कहा कि संबंधित घटना में दोनों ही पक्ष एक ही समुदाय के हैं और इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार भी किया है। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया, “दोनों ही पक्ष दलित समुदाय से आते हैं।”

वायरल वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाला पेज विचारधारा विशेष से प्रेरित है। हिंदी और अंग्रेजी समेत कुल 12 भाषाओं में विश्वास न्यूज की फैक्ट चेक रिपोर्ट्स को यहां क्लिक कर पढ़ा जा सकता है।

निष्कर्ष: उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक युवक को गंजा कर उसकी सार्वजनिक बेइज्जती की घटना के वीडियो को भ्रामक दावे के साथ शेयर किया है। संबंधित घटना आपसी रंजिश का मामला था और इसमें शामिल दोनों ही पक्ष दलित समुदाय से आते हैं।

  • Claim Review : उत्तर प्रदेश के मेरठ में दलित युवक के साथ उत्पीड़न।
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