
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज): सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। इस पोस्ट में सवाल उठाया जा रहा है कि अगर मास्क काम करते हैं तो क्यों लोगों को अस्पताल और नर्सिंग होम जान चाहिए और अगर मास्क काम नहीं करते, तो इसे अपने बच्चों पर से क्यों नहीं हटा देना चाहिए। विश्वास न्यूज की पड़ताल में इस दावे में एक अहम संदर्भ गायब मिला है। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग, हाथों की अच्छे से सफाई जैसे उपायों संग मास्क इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है।
फेसबुक पर वायरल एक पोस्ट में दावा किया गया है, ‘अगर मास्क काम करता है तो लोगों को अस्पतालों और नर्सिंग होम से वापस अपनों के पास लेकर आइए। अगर वे काम नहीं करते तो उन्हें अपने बच्चों से हटाइए। कोई तो झूठ बोल रहा है…।’ इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां चेक किया जा सकता है।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में हमें सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल्स एंड प्रिवेंशन (CDC) की तरफ से जारी एक जानकारी मिली। इसके मुताबिक, ‘कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के साथ रोजाना के अन्य सुरक्षात्मक उपाय भी अपनाए जाने चाहिए, जिनमें मास्क पहनना, बिना धुले हाथों से चेहरे को छूने से बचना और कम से कम 20 सेकंड तक साबुन व पानी से हाथों को धोना शामिल है।’
मास्क सोशल डिस्टेंसिंग का विकल्प नहीं है। सीडीसी के मुताबिक, 6 फीट की दूरी के साथ अतिरिक्त सावधानी के लिए मास्क पहना जाना चाहिए। सीडी की अनुसार, कुल निहितार्थ यह है कि मास्क संक्रमण और वायरस को फैलने से रोकने में मदद करता है, लेकिन इसके अतिरिक्त हाथों को ठीक से साफ करने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी जरूरी है।
विश्वास न्यूज ने इस संबंध में कोविड-19 संक्रमित मरीजों की देखभाल में जुड़े पल्मोनोलॉजिल्स डॉक्टर राजेश चावला से भी बात की। उन्होंने बताया, ‘अगर आप दूसरी सावधानियां नहीं बरतते तो सिर्फ मास्क से बचाव नहीं हो सकता। वायरस से बचने के लिए हमें हाथों की ठीक से सफाई संग सोशल डिस्टेंसिंग को भी अपनाने की जरूरत है।’
इस पोस्ट को फेसबुक पर Penny Wiens-Normandeau नाम के यूजर ने शेयर की है। हमने यूजर की प्रोफाइल को स्कैन किया और हमें पता चला कि यूजर प्रिंस्टन के रहने वाले हैं।
निष्कर्ष: सिर्फ मास्क लगाने से कोविड-19 से बचाव नहीं हो सकता। इसके साथ दूसरे सुरक्षात्मक उपाय, जैसे हाथों की उचित सफाई, सोशल डिस्टेंसिंग इत्यादि को भी अपनाने की जरूरत है। वायरल पोस्ट में यही अहम संदर्भ गायब है।
Disclaimer: विश्वास न्यूज की कोरोना वायरस (COVID-19) से जुड़ी फैक्ट चेक स्टोरी को पढ़ते या उसे शेयर करते वक्त आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि जिन आंकड़ों या रिसर्च संबंधी डेटा का इस्तेमाल किया गया है, वह परिवर्तनीय है। परिवर्तनीय इसलिए, क्योंकि इस महामारी से जुड़े आंकड़ें (संक्रमित और ठीक होने वाले मरीजों की संख्या, इससे होने वाली मौतों की संख्या) में लगातार बदलाव हो रहा है। इसके साथ ही इस बीमारी का वैक्सीन खोजे जाने की दिशा में चल रहे रिसर्च के ठोस परिणाम आने बाकी हैं और इस वजह से इलाज और बचाव को लेकर उपलब्ध आंकड़ों में भी बदलाव हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि स्टोरी में इस्तेमाल किए गए डेटा को उसकी तारीख के संदर्भ में देखा जाए।
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