
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर कोरोना को लेकर महाराष्ट्र के अमरावती में लगे लॉकडाउन से जोड़ एक वीडियो वायरल किया जा रहा है। इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि अमरावती में लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के साथ पुलिस सख्ती दिखा रही है और उनपर लाठियां बरसा रही है।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में ये दावा गलत निकला है। ये वीडियो हाल में लगे लॉकडाउन का नहीं, बल्कि पिछले साल कोरोना की शुरुआत होने के बाद लगे लॉकडाउन का है। अमरावती में लगे लॉकडाउन के पुराने वीडियो को अभी का बताकर वायरल किया जा रहा है।
विश्वास न्यूज को अपने फैक्ट चेकिंग वॉट्सऐप चैटबॉट (+91 95992 99372) पर भी फैक्ट चेक के लिए ये दावा मिला है। कीवर्ड्स से सर्च करने पर हमें यह दावा सोशल मीडिया के दूसरे प्लेटफॉर्म्स पर भी वायरल मिला। Ashish Pare नाम के फेसबुक यूजर ने 23 फरवरी 2021 को इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है- 24-2-2021 कोरोना वायरस अमरावती लॉकडाउन।
इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
इसी तरह भार्गव गुड़िया नाम की ट्विटर यूजर ने 23 फरवरी 2021 को इस वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘अमरावती शहर के नए रुझान नए लोक डॉन के परिणाम जब सही और शांत तरीके से समझ नही आती तो क्या किया जाए अब खाओ प्रसाद।’ इस ट्वीट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देख सकते हैं।
विश्वास न्यूज ने इस वायरल दावे की पड़ताल से पहले महाराष्ट्र के अमरावती में कोरोना के ताजा हालात की जानकारी जुटाई। हमने जरूरी कीवर्ड्स की मदद से सर्च किया तो अमरावती में कोरोना के मामलों से जुड़ी कई प्रामाणिक मीडिया रिपोर्ट्स सामने आईं। हमें 27 फरवरी 2021 को हिन्दुस्तान की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से अमरावती में 8 मार्च तक लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। इस रिपोर्ट को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है।
हमने इस जानकारी को जुटाने के बाद जरूरी कीवर्ड्स की मदद से इंटरनेट पर यह जानना चाहा कि क्या अमरावती में लॉकडाउन के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया या नहीं। हमें ऐसी कोई प्रामाणिक रिपोर्ट नहीं मिली, जो किसी हालिया लाठीचार्ज या पुलिस की सख्ती की पुष्टि करती हो। इसके उलट हमें नेशन नेक्स्ट नाम के यूट्यूब चैनल पर 28 मार्च 2020 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला। यह वीडियो कोरोना के शुरुआत में अमरावती में लगे लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर पुलिसिया सख्ती की रिपोर्ट पर आधारित है। अभी वायरल किया जा रहा वीडियो इसी वीडियो का एक हिस्सा है। इस वीडियो को यहां नीचे देखा जा सकता है।
विश्वास न्यूज की इस पड़ताल से ये साबित हो चुका था कि ये वीडियो अमरावती में हालिया लॉकडाउन से जुड़ा नहीं, बल्कि पिछले साल लगे लॉकडाउन से संबंधित है। विश्वास न्यूज ने इस वायरल वीडियो को अमरावती पुलिस की PI (साइबर) सीमा दाताल्कर के साथ शेयर किया। उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि ये वीडियो पिछले साल हुए लॉकडाउन का है।
विश्वास न्यूज ने इस वायरल दावे को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Ashish Pare की प्रोफाइल को स्कैन किया। यूजर इंदौर, मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत निकला है। ये वीडियो अमरावती में हाल में लगे लॉकडाउन का नहीं, बल्कि पिछले साल कोरोना की शुरुआत होने के बाद लगे लॉकडाउन का है।
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