X

Fact Check: बिहार में उग्र प्रदर्शन में जलाई गई ट्रेन का वीडियो सिकंदराबाद के नाम पर हो रहा शेयर

अग्निपथ योजना के खिलाफ बिहार के लखीसराय में हुए उग्र प्रदर्शन के दौरान ट्रेन को जलाए जाने की घटना के वीडियो को तेलंगाना के सिकंदराबाद का बताकर भ्रामक दावे से वायरल किया जा रहा है।

  • By Vishvas News
  • Updated: June 20, 2022

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सेना में भर्ती की नई योजना अग्निपथ के खिलाफ कई राज्यों में हुए उग्र हिंसक प्रदर्शनों में प्रदर्शनकारियों ने कई ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया। इसी संदर्भ में वायरल हो रहे एक वीडियो में स्टेशन पर खड़ी ट्रेन को धू-धू कर जलते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो तेलंगाना के सिकंदराबाद की है, जहां अग्रिपथ योजना का विरोध करते हुए प्रदर्शनकारियों ने स्टेशन पर खड़ी ट्रेन को आग के हवाले कर दिया।

विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा भ्रामक निकला। तेलंगाना भी उन राज्यों में शामिल है, जहां प्रदर्शनकारियों ने सेना में भर्ती की नई योजना के खिलाफ उग्र प्रदर्शन करते हुए ट्रेन समेत अन्य सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया, लेकिन वायरल हो रहा वीडियो बिहार के लखीसराय में हुई आगजनी की घटना से संबंधित है, जिसे भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

क्या है वायरल?

ट्विटर यूजर ‘Rajsami’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”यह आप लोग देख सकते हैं तेलंगाना के सिकंदराबाद स्टेशन में ट्रेन जलाई जा रही है जो अग्निपथ का विरोध में ट्रेन जल रहा है लेकिन नहीं करना चाहिए ऐसा।”

फेसबुक पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। फेसबुक यूजर ‘Police Alert’ ने भी इस वीडियो को समान दावे के साथ शेयर किया है। पंजाब केसरी के वेरिफाइड फेसबुक पेज से भी आगजनी के इस वीडियो को सिकंदराबाद का बताते हुए शेयर किया है।

पड़ताल

वायरल वीडियो के दृश्य को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें इंडिया टीवी के वेरिफाइड फेसबुक पेज से 17 जून को लाइव किया हुआ वीडियो बुलेटिन मिला, जिसमें नजर आ रही जलती ट्रेन का वीडियो वायरल वीडियो से मेल खाता है। दी गई जानकारी के मुताबिक, आगजनी की यह घटना बिहार के लखीसराय में हुई थी, जब अग्निपथ योजना का विरोध कर रही हिंसक भीड़ ने ट्रेन को आग के हवाले कर दिया था।

न्यूज एजेंसी एएनआई ने भी अपने ट्विटर हैंडल से अग्निपथ योजना के खिलाफ बिहार में हुए हिंसक प्रदर्शन की तस्वीरों को साझा किया है। 17 जून 2022 को किए गए ट्वीट में जलती ट्रेन की तस्वीर को साझा किया है, जो वायरल वीडियो में नजर आ रहा है।

दी गई जानकारी के मुताबिक, ट्रेन में आग लगाए जाने की यह घटना बिहार के लखीसराय जिले की है, जब अग्निपथ भर्ती योजना का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने लखीसराय जंक्शन पर खड़ी ट्रेन को आग के हवाले कर दिया था। पुलिस के मुताबिक, ‘इस मामले में किसी यात्री को कोई नुकसान नहीं हुआ और आगजनी से पहले सभी ट्रेन से सुरक्षित निकलने में सफल रहे।’ आज तक और टाइम्स नाऊ समेत कई अन्य न्यूज चैनलों ने भी आगजनी के इस वीडियो को बिहार के लखीसराय का बताया है।

इस योजना के खिलाफ तेलंगाना के सिकंदराबाद में भी प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन में आग लगा दी। न्यूज एजेंसी एएनआई ने सिकंदराबाद में आगजनी के इस घटना की जानकारी देते हुए संबंधित घटना का वीडियो भी साझा किया है।

हालांकि, इसमें नजर आ रही जलती ट्रेन का विजु्अल, वायरल वीडियो से बिल्कुल अलग है।

स्पष्ट है कि बिहार के लखीसराय जंक्शन पर प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन में आग लगा दी थी और इस घटना के वीडियो को तेलंगाना के सिकंदराबदा का बताकर भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

अतिरिक्त पुष्टि के लिए हमने हमारे सहयोगी दैनिक जागरण के लखीसराय ब्यूरो से संपर्क किया है। लखीसराय ब्यूरो चीफ मृत्युंजय मिश्रा ने पुष्टि करते हुए बताया, ‘वायरल हो रहा वीडियो लखीसराय जंक्शन पर हुए आगजनी का ही है।’

निष्कर्ष: अग्निपथ योजना के खिलाफ बिहार के लखीसराय में हुए उग्र प्रदर्शन के दौरान ट्रेन को जलाए जाने की घटना के वीडियो को तेलंगाना के सिकंदराबाद का बताकर भ्रामक दावे से वायरल किया जा रहा है।

  • Claim Review : तेलंगाना के सिकंदराबाद में अग्निपथ योजना के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनकारियों ने लगाई आग
  • Claimed By : Twitter User-Rajsami
  • Fact Check : भ्रामक
भ्रामक
फेक न्यूज की प्रकृति को बताने वाला सिंबल
  • सच
  • भ्रामक
  • झूठ

पूरा सच जानें... किसी सूचना या अफवाह पर संदेह हो तो हमें बताएं

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी मैसेज या अफवाह पर संदेह है जिसका असर समाज, देश और आप पर हो सकता है तो हमें बताएं। आप हमें नीचे दिए गए किसी भी माध्यम के जरिए जानकारी भेज सकते हैं...

टैग्स

अपनी प्रतिक्रिया दें

No more pages to load

संबंधित लेख

Next pageNext pageNext page

Post saved! You can read it later