
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग के साथ आंदोलन कर रहे किसानों के प्रदर्शन को लेकर सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार जारी है। ऐसी ही एक तस्वीर सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल हो रही है, जिसमें एक किसान को देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है यह व्यक्ति मुस्लिम है, जो सिख किसान का वेश-भूषा धारण कर आंदोलन में शामिल हुआ है, क्योंकि तस्वीर में सिर्फ उसकी दाढ़ी नजर आ रही है, लेकिन मूंछें नहीं।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में यह दावा गलत निकला। जिस व्यक्ति की तस्वीर को ‘बिना मूंछों वाले सरदार’ का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह एडिटेड है। वायरल तस्वीर में जानबूझकर सिख किसान की मूंछों को ब्लर कर दिया गया है। वास्तविक तस्वीर में सिख किसान को उनकी मूंछों के साथ स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है।
ट्विटर यूजर ‘Manjeet Bagga’ ने वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”इन सरदार जी की मूछें कहाँ गईं।”
होक्सी टूल की मदद से किए गए विश्लेषण में देखा जा सकता है कि यह तस्वीर कितनी बड़ी पैमाने पर सोशल मीडिया यूजर्स के बीच शेयर की जा रही है।
एक अन्य यूजर ‘Vishal Gupta’ ने तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है, ”बिना मूछें वाला सरदार वो भी किसान देखा है क्या किसी ने?”
ट्विटर पर अनगिनत यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।
फेसबुक पर अनगिनत यूजर्स ने इस तस्वीर को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। फेसबुक यूजर ‘Ramlal Rajpurohit’ ने वायरल तस्वीर (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, ”दिल्ली किसान आंदोलन मे बिना मूंछ वाला सिख…खगोल विज्ञान के अनुसार ऐसी घटना सदियों मे एकाध बार होती है 😂😂.”
गूगल रिवर्स इमेज सर्च किए जाने पर हमें इस तस्वीर का ओरिजिनल सोर्स नहीं मिला, लेकिन सोशल मीडिया सर्च में हमें एक फेसबुक पोस्ट पर की गई टिप्पणी मिली, जिसमें एक फेसबुक लाइव का लिंक मौजूद था।
लिंक क्लिक करने पर हमें एक लाइव वीडियो मिला। 33 मिनट 38 सेकेंड के वीडियो में हमें 7 मिनट 28 सेकेंड के फ्रेम में वही किसान नजर आए, जिनकी तस्वीर को ‘बिना मूंछों’ वाले सरदार के दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
वीडियो में साफ तौर पर उनकी दाढ़ी और मूंछों को देखा जा सकता है, जिसे वायरल तस्वीर में धुंधला कर कर गलत और सांप्रदायिक दावे के साथ साझा किया जा रहा है।
इसके बाद हमने ‘Hindustan LIVE Farhan Yahiya’ फेसबुक पेज पर इस वीडियो को लाइव करने वाले पत्रकार फरहान याह्या से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, ‘मैंने सिंधु बॉर्डर जाने के दौरान बुराड़ी निरंकारी समागम ग्राउंड के पास किसानों के जत्थे को देखा। आधी रात के समय वहां मौजूद कई किसान टेंट में सो चुके थे और कुछ बाहर थे। मैंने उनसे बातचीत के लिए आग्रह किया और वह मान गए। इसके बाद फिर हमने लाइव किया। वहां मौजूद सभी किसान थे और वह कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल होने के लिए वहां आए थे। उसी वीडियो में उस व्यक्ति को भी देखा जा सकता है, जिनकी तस्वीर को लोग गलत दावे के साथ वायरल कर रहे हैं।’
उन्होंने कहा, ‘कई लोग इस तस्वीर को तब्लीगी जमात की संलिप्तता का बताकर साझा कर रहे हैं, जो गलत है। मैंने जिन लोगों से लाइव वीडियो के दौरान बात की, वह सभी किसान थे।’
विश्वास न्यूज वायरल तस्वीर में नजर आ रहे व्यक्ति के धर्म के बारे में किसी दावे की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं करता है। वायरल तस्वीर को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को ट्विटर पर करीब बीस हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच बिना मूंछ वाले सरदार के दावे के साथ वायरल हो रही पोस्ट फर्जी है, जिसे सांप्रदायिक नजरिए से दुष्प्रचार की मंशा के तहत फैलाया जा रहा है। ओरिजिनल तस्वीर में सिख किसान की मूंछों को साफ-साफ देखा जा सकता है, जिसे वायरल तस्वीर में एडिट कर छिपा दिया गया है।
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