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Fact Check : विकीलीक्स ने नहीं जारी की काला धन रखने वाले भारतीय नेताओं की सूची, 2011 से वायरल है फेक लिस्ट

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि विकीलीक्स  के नाम से जारी वायरल लिस्ट फर्जी है। विकीलीक्स की तरफ से इस तरह की कोई लिस्ट जारी नहीं की गई है। दुष्प्रचार की मंशा से फर्जी लिस्ट को गलत दावों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।

  • By: Pragya Shukla
  • Published: Jul 9, 2024 at 12:51 PM
  • Updated: Jul 12, 2024 at 03:47 PM

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि ब्रिटेन में सत्ता पलटते और प्रधानमंत्री पद से ऋषि सुनक के इस्तीफा देने के बाद विकीलीक्स ने काला धन रखने वाले भारतीय नेताओं की एक लिस्ट जारी की है, जिसमें कथित तौर पर मौजूदा सरकार के कई बड़े नेताओं का नाम शामिल है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा फेक और मनगढ़ंत है, जिसे राजनीतिक दुष्प्रचार की मंशा से शेयर किया जा रहा है। विकीलीक्स की तरफ से ऐसी कोई लिस्ट जारी नहीं की गई है।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर सचिन मौर्य ने 8 जुलाई 2024 को वायरल पोस्ट को शेयर किया है। पोस्ट में लिखा हुआ है, “ब्रिटेन में सत्ता पलटते ही खुलासे होने लगे* ऋषि सुनक के हारने के बाद मोदी और उसके मंत्रियों के काली कमाई की कलई खुल गई। 14 साल में सौ गुना हो गई मोदी के मंत्रियों की काली कमाई विकिलीक्स ने ब्रिटेन के गुप्त बैंको में काला धन रखने वाले भारतीयों की पहली सूची जारी की है । प्रथम 24 नाम इस प्रकार से है । (राशियाँ डाॅलर में)….नरेंद्र मोदी (56800000000000)56.8 Lakh crore (LkCr) usd=Rs.4089 LkCr,….अमित शाह (780000000000)0.78 LkCr usd, Rs 56 LkCr….. स्मृति जुबियन ईरानी (15800000000000) 15.8 LkCr usd, Rs1136 LkCr……राजनाथ सिंह (8200000000000)8.2 LkCr usd, Rs590 LkCr…… जय शाह (15400000000000)15.40 LkCr usd…..अनुराग ठाकुर (2890000000000)2.89 LkCr usd, Rs208LkCr….. निर्मला सीतारमन (900000000000) 0.9LkCr usd, Rs64.8LkCr……पीयूष गोयल (1500000000000)1.5 LkCr usd, Rs108LkCr……गिरीराज सिंह (7500000000000)7.5LkCr usd, Rs540LkCr…..अश्वनी वैष्णव (2800000000000)2.8LkCr usd, Rs201LkCr…..ज्योतीरदात्य सिंधिया (590000000000) 0.59LkC usd, Rs42.4LkCr…..Dr मनसुख मांडविया (22000000000000) 22LkCr usd, Rs1584Lk… जगत प्रकाश नड्डा (7688800000000)7.6LkCr usd, Rs167.2LkCr… शिराजसिंह चौहान (58211400000000)58.2LkCr usd, Rs 4190LkCr….मनोहर लाल खट्टर (1980000000000)1.9LkCr usd, Rs137LkCr…..किरण रिजिजू (13580000000000)13.6LkCr usd, Rs976LkCr…..जनरल वीके सिंह (820000000000)0.82LkCr usd, Rs59LkCr…..अर्जुन राम मेघवाल (1450000000000)1.45LkCr usd, Rs104LkCr…..मीनाक्षी लेखी (2890000000000)..2.9LkCr usd, Rs209LkCr…. केशव प्रसाद मौर्य (900000000000) 0.9LkCr usd, Rs64.8LkCr….. देवेन्द्र  फड़नवीश (1500000000000)1.5LkCr usd, Rs108LkCr……..योगी आदित्य नाथ (3500000000000)3.5LkCr usd, Rs252LkCr  संजीव कुमार बालियान (18900800000000)18.9LkCr usd, Rs1360LkCr….अच्छा!!! अब समझ आया कि मोदी के चमचों ने पिछले 10 सालो में देश को कितना लूटा । खबर अब तक की …स्विस बैंकों मे जमा भारतीय काला धन Rs. 358,679,863,300,000 (लगभग 1.3 ट्रिलियन डॉलर)….ये धन उन 2000 भारतीयों के हैं जिन्होंने इसे टैक्स छूट के लिए वहा जमा किया हैं ।इतना धन भारत को 10 अमेरिका बनाने के लिए और अगले 100 वर्षो तक के लिए भारत को एक विकसित महाशक्तिशाली राष्ट्र बनाने के लिए पर्याप्त है ।

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स की मदद से  सर्च करना शुरू किया। हमें दावे से जुड़ी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली। हमने सर्च के दौरान पाया कि वायरल दावा साल 2011 से अलग-अलग नामों के साथ वायरल है। अलग-अलग मौकों पर इस मनगढ़ंत पोस्ट में नेताओं के नाम को बदलकर इसे फिर से वायरल कर दिया जाता है। 

पिछली बार यह सूची 2011 में वायरल हुई थी, जब केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) की सरकार थी और इस सूची में तत्कालीन सरकार के मंत्रियों के नाम थे।

पड़ताल के दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी एक रिपोर्ट ब्रिरिकॉर्डर की वेबसाइट पर मिली। रिपोर्ट को 27 अप्रैल 2011 को प्रकाशित किया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, विकीलीक्स के फाउंडर जूलियन असांजे ने कहा था कि स्विस बैंक में ज्यादातर भारतीयों का पैसा है। 

जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने विकीलीक्स की आधिकारिक वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट्स को खंगाला। वेबसाइट पर हमें दावे से जुड़ी कोई जानकारी या ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली। हालांकि, हमें दावे से जुड़ी एक पोस्ट विकीलीक्स  के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर मिली।

पांच अगस्त 2011 को विकीलीक्स ने वायरल एक ट्वीट करते हुए वायरल पोस्ट से मिलती-जुलती एक लिस्ट को शेयर कर उसे फेक बताया था और कहा था कि इस तरह की कोई लिस्ट हमारी तरफ से जारी नहीं की गई है। 

अधिक जानकारी के लिए हमने दैनिक जागरण दिल्ली में नेशनल कवर करने वाले संवाददाता जेपी रंजन से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। इस तरह की कोई लिस्ट जारी नहीं की गई है। 

नवभारत टाइम्स की वेबसाइट पर 11 अप्रैल 2019 को प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, “विकिलीक्स की स्थापना 2006 में ऑस्ट्रेलियाई नागरिक असांजे ने की थी। विकिलीक्स ने यूरोप, चीन, अफ्रीका और मिडिल ईस्ट सहित कई देशों के गोपनीय दस्तावेजों को लीक किया है। साल 2010 में विकिलीक्स ने द न्यू यॉर्क टाइम्स, द गार्जियन, डेर स्पाइगेल, ले मोंडे और अल पाइस के साथ मिलकर काम किया। इस दौरान विकिलीक्स ने  राजनीतिज्ञों, सरकारों और संगठनों से जुड़े एक करोड़ से ज्यादा गोपनीय दस्तावेजों को लीक किया था।”

हमने वायरल लिस्ट के बारे में जानने के लिए विकीलीक्स को भी मेल किया है। रिप्लाई आने पर रिपोर्ट को अपडेट कर दिया जाएगा।  पहले भी मिलता-जुलता दावा वायरल हो चुका है, जिसकी जांच विश्वास न्यूज ने की थी। फैक्ट चेक रिपोर्ट को यहां पर पढ़ा जा सकता है।

अंत में हमने गलत दावे को शेयर करने वाले यूजर सचिन मौर्य के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से जुड़ी पोस्ट को शेयर करता है। यूजर ने प्रोफाइल पर खुद को उत्तर प्रदेश का रहने वाला बताया है। 

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि विकीलीक्स  के नाम से ब्रिटेन के बैंकों में भारतीय नेताओं के भारी मात्रा में काला धन रखने के दावे के साथ जारी वायरल लिस्ट फर्जी है। विकीलीक्स की तरफ से इस तरह की कोई सूची जारी नहीं की गई है और राजनीतिक दुष्प्रचार की मंशा से इस मनगढ़ंत सूची को वायरल किया जा रहा है।

  • Claim Review : विकीलीक्स ने जारी किए काले धन रखने वाले भारतीय खाताधारकों के नाम और राशि।
  • Claimed By : सचिन मौर्य
  • Fact Check : झूठ
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